बारिश जब आती है
ढेरो खुशिया लाती है
प्यासी धरती की प्यास बुझाती है
प्यासी धरती की प्यास बुझाती है
धुलो का उड़ना बंद कर जाती है
मिटटी की भीनी सुगंध फैलाती है
बारिश जब आती है
ढेरो खुशिया लाती है
भीषण गर्मी से बचाती है
शीतलता हमें दे जाती है
मुसलाधार प्रहारों से पतझड़ को भागाती है
बहारो का मौसम लाती है
बारिश जब आती है
ढेरो खुशिया लाती है
चारो ओर हरियाली फैलाती है
नदियों का पानी बढाती है
तालाबो को भर जाती है
बारिश के चलते ही खेती हो पाती है
बारिश जब आती है
ढेरो खुशिया लाती हैबारिश के चलते ही खेती हो पाती है
किसानो के होठो पे मुस्कान ये लाती है
रिमझिम फुहारों से सुखा मिटाती है
बारिश जब आती है
ढेरो खुशिया लाती है
मोरो को नचाती है
पहाड़ो में फूल खिलाती है
बीजो से नए पौधे उगाती है
बारिश जब आती है
ढेरो खुशिया लाती है
I wish I knew the poet.....
ReplyDeleteIt is like small kids poem
ReplyDeleteI like rainy season i wish you like it
ReplyDeleteGood poem
ReplyDeleteVvvvvvvvvvvvvvvvvvvv.bad
ReplyDeleteYou can also receive the award of best poet👍👍👍👍👍👍😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊
ReplyDeleterawsme poem...
ReplyDeleteawesome poem..
ReplyDeleteawesome poem...
ReplyDeleteawesome poem..
ReplyDeletei love it
ReplyDeleteSooo sweet I like it......
ReplyDeletewow amazing poem.....seriously super wrk
ReplyDelete