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एक अपील

ऐ घर पे बैठे तमाशबीन लोग लुट रहा है मुल्क, कब तलक रहोगे खामोश शिकवा नहीं है उनसे, जो है बेखबर पर तु तो सब जानता है, मैदान में क्यों नही...

Thursday, 31 May 2012

मेरा देश (My Country)

एक अनोखा देश हमारा
जो हमको प्राणों से प्यारा
उत्तर में है हिमालय विशाल
मध्य में है नदियों का जाल
पश्चिम में फैला मरुस्थल
पूरब में है भरा पूरा जंगल
एक अनोखा देश हमारा
जो हमको प्राणों से प्यारा
दक्षिण में है हिंद महासागर
पश्चिम में है अरब सागर
बंगाल की खाड़ी है पूरब में
देश हमारा प्रायदीप की सूरत में
एक अनोखा देश हमारा
जो हमको प्राणों से प्यारा
कई भाषा और बोलिया यहाँ पर
कई धर्म और मजहब जहा पर
कई छोटे द्वीप यहाँ पर
बड़े बड़े पठार जहा पर
एक अनोखा देश हमारा
जो हमको प्राणों से प्यारा

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