जब कोई काम पहली बार मै करता हू
ना जाने क्यों मै डरता हू
पहला दिन स्कुल का
जैसे सजा मिल रही हो किसी बड़ी भूल का
पहली बार जब हाथ में लिया साईकिल
सर से पाँव तक मै गया हिल
जब कोई काम पहली बार मै करता हू
ना जाने क्यों मै डरता हू
पहली बार गाँव के बाहर स्कुल में पढ़ना
जैसे लग रहा था मुझे है कोई जंग लड़ना
कालेज का वो पहला दिन
लगता था जैसे पूरी ताकत गया है छीन
जब कोई काम पहली बार मै करता हू
ना जाने क्यों मै डरता हू
पहली बार का साक्षात्कार
लग रहा था जैसे हू मै कोई गुनाहगार
पहला दिन नौकरी का
हाल ऐसा था जैसे जरुरत से ज्यादा भरे टोकरी का
जब कोई काम पहली बार मै करता हू
ना जाने क्यों मै डरता हू
ना जाने क्यों मै डरता हू
पहला दिन स्कुल का
जैसे सजा मिल रही हो किसी बड़ी भूल का
पहली बार जब हाथ में लिया साईकिल
सर से पाँव तक मै गया हिल
जब कोई काम पहली बार मै करता हू
ना जाने क्यों मै डरता हू
पहली बार गाँव के बाहर स्कुल में पढ़ना
जैसे लग रहा था मुझे है कोई जंग लड़ना
कालेज का वो पहला दिन
लगता था जैसे पूरी ताकत गया है छीन
जब कोई काम पहली बार मै करता हू
ना जाने क्यों मै डरता हू
पहली बार का साक्षात्कार
लग रहा था जैसे हू मै कोई गुनाहगार
पहला दिन नौकरी का
हाल ऐसा था जैसे जरुरत से ज्यादा भरे टोकरी का
जब कोई काम पहली बार मै करता हू
ना जाने क्यों मै डरता हू
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